एसएसपी देहरादून अजय का व्हाइट कॉलर क्रिमिनल्स पर वार पर वार

दून में लोगो को फ्लैट देने के नाम पर करोड़ों ठगने वाले पंजाब से गिरफ्तार

आरोपियों के खिलाफ विभिन्न थानों में गैंगस्टर सहित धोखाधडी के एक दर्जन मामले दर्ज
पुलिस के लगातार प्रयासों के बाद भी नही आ रहे थे पकड में
गिरफ्तारी से बचने के लिये लगातार बदल रहे थे ठिकाना।
गिरफ्तारी के लिउए एसएसपी ने किया स्पेशल टीम का गठन
जाहिद अली
देहरादून। व्हाइट कालर क्रिमिनल कितने भी शातिर क्यों न हों दून पुलिस की गिरफ्त से दूर नहीं हैं, ऐसे सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। साथ ही उन्होंने ने जो अवैध रूप से सम्पत्ति अर्जित की उसकों भी जब्त किया जायेगा। थाना राजपुर पुलिस ने ठगी के आरोप में प्रेम दत्त शर्मा पुत्र स्वर्गीय यज्ञ दत्त शर्मा, सुनीता शर्मा पत्नी प्रेम दत्त शर्मा, अरुण सेगन पुत्र विजय सैगन व आराधना शर्मा पत्नी अरुण सेगन को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
थानाध्यक्ष जितेन्द्र चैहान ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश गिरोहबंद समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया, जिसमें एसए बिल्डटेक कम्पनी के फाउंडर प्रेमदत्त शर्मा ने अपने अन्य सहयोगियों सुनीता शर्मा, अराधना शर्मा, अरूण सेगन तथा गौरव आहूजा के साथ मिलकर एक सुनियोजित आपराधिक षडयंत्र के तहत राजपुर क्षेत्रान्तर्गत मालसी में आर्टिगो रेजीडेंसी के नाम से बहुमंजिला आवासीय परिसर में फ्लैट विक्रय करने के नाम पर लोगो से करोडों रूपये निवेश करवाया गया तथा निवेशकों को फ्लैट पर कब्जा दिया गया और न ही रजिस्ट्री की गई। आरोपियों ने एक संगठित गिरोह के रूप में कार्य करते हुए धोखाधडी से आपराधिक षडयंत्र रचकर लोगों की धनराशि को हडप लिया गया, जिसके सम्बन्ध में थाना राजपुर में पहले से ही धोखाधडी के 7 अभियोग मुकदमें दर्ज हैं।
थाना कोतवाली नगर पर विजय भूषण पाण्डे अधिकृत अधिवक्ता भारतीय स्टेट बैंक शाखा न्यू कैण्ट रोड ने मुकदमें पंजीकृत कराये, जिसमें एसए बिल्डटेक के साझेदार प्रेमदत्त शर्मा, सुनीता शर्मा, विजय लवाई, अराधना शर्मा व अन्य ने वर्ष 2013 में रायपुर क्षेत्र में ’लवाई अपार्टमेंट के नाम पर प्रोजेक्ट शुरू करने तथा प्रोजेक्ट के तहत अलग-अलग लोगों को फ्लैट देने के एवज में भवन निर्माता ने एसबीआई बैंक से एक त्रिपक्षीय अनुबंध पत्र सम्पादित करते हुए 4 अलग-अलग खरीददारों के नाम से बैंक लोन लिया यह धनराशि को अपने खातों में प्राप्त करते हुए फ्लैटों के विक्रय पत्र किसी अन्य के नाम पर सम्पादित करते हुए बैंक की कुल एक करोड़ बीस लाख पचास हजार रूपये की धनराशि हडप लेने के सम्बन्ध में 4 अलग-अलग मुकदमें दर्ज हुए।

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पार्टनर के पैसे भी लेकर हो गए थे फरार
देहरादून। आरोपियों ने स्वयं को आईसीआईसीआई बैंक से एप्रूवड बताकर थाना राजपुर क्षेत्र में वर्ष 2014 में आर्टिगो अपार्टमेंट के नाम से प्रोजेक्ट शुरू करने तथा लोगों से प्रोजेक्ट में निवेश करने की एवज में उन्हें फ्लैट उपलब्ध कराने से सम्बन्धित एग्रीमेंट किये गये तथा आईसीआईसीआई बैंक के माध्यम से लोगों के नाम पर फ्लैट के एवज में लोन पास करवाते हुए धनराशि को अपने खातों में प्राप्त किया गया तथा क्रेताओं व निवेशकों को न तो फ्लैट उपलब्ध कराये गये और न ही रजिस्ट्री सम्बन्धित कोई भी कागजात दिये गये, इसके अतिरिक्त अर्टिगो रेजिडेंसी की जमीन के स्वामी ने भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने उनके साथ एक जॉइंट एमओयू बनाया गया था, जिसमें वादी ने अपनी जमीन अर्टिगो रेजिडेंसी प्रोजेक्ट बनाने के लिए दी गई थी, जिसमें कंस्ट्रक्शन आरोपियों को करना था, तथा दोनों प्रोजेक्ट में 50-50 प्रतिशत के पार्टनर थे। लेकिन आरोपियो नं सारे फ्लैट स्वयं बेच दिए गए और वादी को उसके पैसे नहीं दिए। जिसके सम्बन्ध में आरोपियों के विरूद्ध थाना राजपुर में धोखाधडी के 7 अलग-अलग मुकदमें पंजीकृत किये गये।

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