उत्तराखण्ड की ग्रीष्मकालीन राजधानी में 5 हजार 13 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश

अनुपूरक बजट के साथ ही विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उत्तराखंड लोक एवं निजी संपत्ति क्षति वसूली समेत आधा दर्जन विधेयक सरकार सदन में पेश किए गए।

वित्त मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने पेश किया अनुपूरक बजट
एसडीआरएफ के लिए 718 करोड़ का किया गया प्राविधान
आपदा मानकों में राहत राशि बढ़ाने पर प्रधानमंत्री मोदी का जताया आभार
गैरसैंण। उत्तराखण्ड की ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैंण में चल रहे ग्रीष्म कालीन बजट सत्र के दूसरे दिन सरकार ने सदन में 5013.05 करोड़ का बजट पेश किया। जिसमें 3756.89 करोड राजस्व व 1256.16 करोड़ रुपये पूंजीगत मद में रखे गये हैं। बजट में आपद प्रबन्ध विभाग के अन्तर्गत एसडीआरएफ के लिए 718.40 करोड़ का प्राविधान किया गया है।
गुरूवार को 5013.05 करोड़ का अनुपूरक बजट किया गया। इसके अलावा 8 विधेयक भी सदन में पेश किए गए। उत्तराखंड विधानसभा की आज की कार्यसूची के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 की प्रथम अनुपूरक मांगों अनुपूरक बजट का पेश किया गया। आपदा के मानकों में परिवर्तन कर राहत राशि बढ़ाने पर धामी सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद अदा किया। इसके लिए सदन में बाकायदा धन्यवाद प्रस्ताव लाया गया। बजट वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने पेश किया।
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में बुधवार से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो चुका है। तीन दिवसीय मानसून सत्र के दौरान धामी सरकार 5013.05 करोड़़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया। अनुपूरक बजट के साथ ही विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उत्तराखंड लोक एवं निजी संपत्ति क्षति वसूली समेत आधा दर्जन विधेयक सरकार सदन में पेश किए गए।
इस बार मानसून सत्र के लिए विधायकों ने 490 प्रश्न लगाए हैं। करीब 16 महीने बाद भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में विधानसभा का सत्र आयोजित हुआ है। आज सुबह 11 बजे सदन शुरू होने पर दो दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही शाम 5 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। अब शाम 5 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई है।

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सत्र की कम अवधि पर विपक्ष ने सरकार को घेरा, सीएम धामी से मांगा जवाब
गैरसैंण। ध्यान आकर्षण में विपक्ष लेकर आया सदन नियमलावली का विषय। कम सत्र अवधि को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। काजी निजामुद्दीन बोले आज पूरे देश में उत्तराखंड का दिया जा रहा है गलत उदाहरण। उत्तराखंड में लगातार घट रही हैं संवाद की सीमा। नेता प्रतिपक्ष ने बोला आखिर क्यों नहीं आता हैं सदन में सोमवार। 40 विभागों की जिम्मदारी उठाने वाले मुख्यमंत्री कब देंगे जवाब।

विधायक दुर्गेश लाल ने वन मंत्री को सवालों से घेरा, काजी ने उठाया आबकारी नीति पर सवाल
गैरसैंण। विधानसभा सदन में चल रहा है प्रश्न काल। प्रश्न कल शुरू होते ही सबसे पहले कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने आबकारी नीति पर उठाया सवाल। संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दिया जवाब। वन मंत्री सुबोध उनियाल को उनके ही भाजपा विधायक दुर्गेश लाल ने सवालों में घेरा। स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से पूछे जा रहे हैं सवाल। प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य पर विधायक उठा रहे हैं सवाल।

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